बटरफ्लाई effect थ्योरी इन हिंदी, मोटीवेशनल स्टोरी फॉर स्टूडेंट्स –
बटरफ्लाई effect थ्योरी इन हिंदी, मोटीवेशनल स्टोरी फॉर स्टूडेंट्स
आज हम आपको बताएँगे बटर्फ़्लाई इफ़ेक्ट के बारे में , ये कोई रॉकेट science नहीं है ये सिर्फ़ एक छोटी सी घटना है जिसे गूगल के CEO ने ध्यान से देखा और फिर बन गया बटरफ़्लाई इफ़ेक्ट। नमस्कार आप पढ़ रहे है मोटिवेशनल कहानी www.accessthetrend.com पर तो चलिए शुरू करते है।
कुछ लड़कियाँ एक रेस्टोरेंट में बैठी हुई थी, उनमें से एक ने कॉफ़ी ऑर्डर की और कुछ ही देर में वेटर कॉफ़ी ले आया, कॉफ़ी सभी को सर्व की गयी। जैसे ही सबने कॉफ़ी पीना शुरू किया तभी एक बटर्फ़्लाई यानि की तितली उड़ती हुयी आयी और उनके टेबल पर बैठने लगी, अब वह तितली कभी उन लड़कियों के इर्द -गिर्द घूमने लगी। लड़कियाँ ज़ोर – ज़ोर से चिल्लाने लगी।
उनके इतना चिल्लाने से तितली ख़ुद शायद डर गयी और उड़ती हुई वहाँ से दूसरे टेबल पर चली गयी। अभी वह टेबल खली था इसलिए तितली वहाँ बैठी थी। अब उसी टेबल पर एक लडका आया और जैसे ही वो बैठा तितली फिर से उड़ने लगी लेकि लड़के ने तितली को पकड़कर बाहर छोड़ दिया और वापस टेबल पर बैठ गया।
यह सुनने में बहुत सरल लगती है लेकिन गूगल के CEO सुंदरम पिचायी ने इसे एक अलग नजर से देखा और उन्होंने बताया की जैसे ही असल ज़िन्दगी में हम पर कोई तकलीफ़ या प्रॉब्लम आती है तो कुछ लोग उन लड़कियों की तरह रीऐक्ट(प्रतिक्रिया) देते है उस सिचूएशन को हैंडल नहीं कर पाते और दूसरा तरीक़ा उस लड़के का same प्रॉब्लम उसके साथ भी हुई लेकिन उसने उसे आसानी से हैंडल किया। तो इसे कहते है बटर्फ़्लाई इफ़ेक्ट। आपको ये article कैसा लगा ज़रूर बताए कॉमेंट करे, इसको आप Facebook, whatsapp पर भी share करे।
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